बिना दिल की धड़कन के जी रही है ये अमेरिका की महिला

This American woman is living without a heartbeat


US Woman Living Without A heartbeat: हम सब यही जानते हैं कि बिना दिल की धड़कन के कोई इंसान नही जिंदा रह सकता. लेकिन अमेरिका की एक खबर ने सबको चौंका कर रख दिया है. अमेरिका के बोस्टन में 30 वर्षीय महिला एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है, जिस कारण वह बिना दिल की धड़कन के जी रही है. यह ऐसी अजीबोगरीब बीमारी है, जिससे उसकी पल्स ही चली गई हैं. वह बैटरी के सहारे जिंदा हैं.

महिला का नाम सोफिया हार्ट (Sofia Hart) है. 30 साल की सोफिया को इर्रेवर्सिबल डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी (Irreversible Dilated Cardiomyopathy) नाम की बीमारी है, जिसके कारण उनकी दिल की धड़कन ही बंद हो गई. इस केस में वह एक बैटरी के सहारे जीवित हैं. सोफिया अपने जीवन का श्रेय लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस (LVAD) को देती हैं. यह एक ऐसी तकनीक है, जो उनके दिल को पंप करती रहती है. बैटरी से चलने वाला यह उपकरण तब तक एक अस्थायी समाधान के रूप में काम करेगा जब तक कि उनका हार्ट ट्रांसप्लांट नहीं हो जाता.

जुड़वा बहन को भी थी यही बीमारी ( Twin sister also had the same disease)



सोफिया को पहली बार 2022 में घोड़ा फार्म में काम करते समय कुछ गलत होने का एहसास हुआ. सोफिया ने बताया, “मुझे वास्तव में दर्द और बहुत थकान होने लगी. यह एक थकान की तरह था जिसका आप वास्तव में वर्णन नहीं कर सकते.” यही नहीं सोफिया की जुड़वां बहन, जिसका नाम ओलिविया है. वह भी इस दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी. हालांकि उनकी बीमारी का पता बाद में चला. ओलिविया को भी 2016 में अपनी सफल हार्ट ट्रांसप्लांट तक एलवीएडी पर निर्भर रहना पड़ा था.

कैसे काम करती है बैटरी ( How does a battery work)



यह जीवन रक्षक उपकरण एक आवश्यक सुविधा के साथ आता है. यह एक अलार्म है, सोफिया को तब सचेत करता है जब वह किसी बिजली स्रोत से कनेक्ट नहीं होती है, जिससे उसकी सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित होती है. बता दें कि सोफिया ने अपनी कहानी टिकटॉक सहित सोशल मीडिया पर साझा की. उनके एक वीडियो को 10 लाख से अधिक बार देखा गया है. सोफिया ने बताया कि उन्हें अपना घर छोड़ने से पहले LVAD को प्लग इन करना पड़ता है और अपने साथ अतिरिक्त बैटरी ले जानी पड़ती है.