Theft in jewelery shop raises questions on police patrolling
एक महीने पहले नौ नवंबर को रिलायंस ज्वेल्स में 14 करोड़ की डकैती हुई थी। मंगलवार रात को एक बार फिर चोरों ने ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाया है। जहां चोरी हुई है उसके सौ मीटर की दूरी पर पुलिस पिकेट है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि दून में इतनी बड़ी डकैती होने के बाद भी आखिर दून पुलिस अलर्ट मोड में क्यों नहीं है। पुलिस की रात्रि गश्त पर भी इस घटना से सवाल उठने लगे हैं।
विगत है कि विगत नौ नवंबर को दून में राजपुर रोड पर स्थित रिलायंस ज्वेल्स में 14 करोड़ की डकैती हुई थी। इसके बाद माना जा रहा है कि इस प्रकार की घटनाओं को लेकर दून पुलिस अब अलर्ट मोड पर रहेगी। लेकिन सेलाकुई क्षेत्र में दुकान की छत से घुसकर आराम से गैस कटर से आलमारियों को काटने की घटना से पुलिस के अलर्ट और रात्रि गश्त पर सवाल उठ रहे हैं।
पुलिस की अलर्ट पर इसलिए भी सवाल है कि रिलायंस में डकैती के आरोपी एक महीने से सेलाकुई क्षेत्र में रुके थे। हालांकि पुलिस रिलायंस ज्वेल्स में हुई डकैती के सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है। लेकिन कहीं ऐसा तो नहीं है कि इसी गैंग ने इस घटना को अंजाम दिया हो। चूंकि खुद पुलिस इस बात को कहती आई है कि रिलायंस ज्वेल्स में डकैती से पूर्व बदमाशों ने विकासनगर, सेलाकुई से लेकर दून तक सभी रास्तों, इलाके की पूरी तरह से रैकी थी।
इस प्रकार की घटनाएं हरिद्वार और गढ़वाल क्षेत्र में हुई है। इन घटनाओं के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। जिससे यह पता चल पाए कि इस प्रकार की घटनाओं में कईं कोई गैंग तो सक्रिय नहीं है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। ज्वेलरों से भी बात कर अतिरिक्त सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए गए हैं।