हमास पर इजरायल का ‘वज्र प्रहार’!

Israel’s ‘thunder strike’ on Hamas!


इजरायल और आतंकवादी संगठन हमास के बीच आज 17 वें दिन युद्ध जारी है. इस बीच इजरायल, हमास को हर ओर से घेरने की कोशिश कर रहा है और उसपर लगातार रॉकेट की बारिश कर रहा है. वहीं रविवार को इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि उसने हमास पर पहली बार ‘आयरन स्टिंग’ मोर्टार दागे हैं.

द जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार गाजा पट्टी में इस खतरनाक मोर्टार का उपयोग किया गया है. बता दें कि इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग अब और खतरनाक होती जा रही है. गाजा शहर में चारों तरफ कोहराम मचा हुआ है. जंग में लागातर दागे जा रहे रॉकेट और बमों के कारण कई इमारतें जमींदोज हो गई है. वहीं रविवार को पहली बार ‘आयरन स्टिंग’ मोर्टार दागे जाने के बाद हमास के आतंकियों में कोहराम मच गया है.

कितना है खतरनाक? (How dangerous is it)


रिपोर्ट के अनुसार ‘आयरन स्टिंग’ का आविष्कार एल्बिट सिस्टम्स द्वारा किया गया था. इसके बारे में पहली बार 2021 में इजरायल में रक्षा मंत्रालय, IDF ग्राउंड फोर्सेज और एल्बिट द्वारा इसका खुलासा किया गया था. गैर-लड़ाकों को चोट पहुंचाने की संभावना को सीमित करने के लिए अपने विशिष्ट टारगेट का उपयोग करते हुए मोर्टार को खुले स्थानों के साथ-साथ शहरी वातावरण दोनों में उपयोग के लिए बनाया गया है.

GPS से लैस है यह मोर्टार (This mortar is equipped with GPS)


रिपोर्ट में कहा गया है कि हथियार में 120 मिमी मोर्टार शामिल है. यह GPS सुविधाओं से लैस है. इस GPS की मदद से यह टारगेट पर सटीक हमला करता है. इसमें टारगेट पर सटीक हमला करने के लिए लेजर का उपयोग किया जाता है. इसके रेंज की बात करें तो यह 1 से 12 किलोमीटर है. IDF के कमांडो ब्रिगेड, कर्नल ओमर कोहेन ने कहा कि ‘लड़ाकों की सटीकता, घातकता और विशेषज्ञता के लिए धन्यवाद, मैगलन इकाई ने वायु सेना के सहयोग से विभिन्न तरीकों से दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया, जिनमें से एक सटीक मोर्टार ‘आयरन स्टिंग’ है.’

कोहेन ने आगे कहा कि ‘युद्ध की शुरुआत से, कमांडो ब्रिगेड ने दुश्मन के क्रूर हमले के खिलाफ जमकर लड़ाई लड़ी और गाजा पट्टी में 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया.’ मालूम हो कि इजरायल-हमास युद्ध 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ था, जब आतंकवादी समूह हमास ने एक आश्चर्यजनक हमला किया था. तब से, इजरायल और फिलिस्तीन (गाजा और वेस्ट बैंक) में 2,000 से अधिक लोग मारे गए हैं.